हम तो सेवा करइया धरती माटी के
नइ जानन परपंच ल धरम जाती के
धरती के पहिली मानव हमन आदिवासी कहाथन
माटी म जनम धरेन महतारी के गुन गाथन
सेवा करथन जंगल झाड़ी, डोंगरी पहाड़ी के
हम तो सेवा करइया धरती माटी के
जंगल चतारे पुरखा हमर गांव ल बसाये
धरती के सेवा सार हे हमला ग चेताये
नइ देन बेंचावन, हाथ म उद्योगपति के
हम तो सेवा करइया धरती माटी के
खेती कमाथन कोदो कुटकी उपजाथन
जीये बर जरुरी हावय ओतके प्रकृति ले लेथन
जिनगी पहाथन सुघ्घर ,करमा रेला गाइ के
हम तो सेवा करइया धरती माटी के
जय सेवा जोहार मुलवंश
✍️नयताम हिरेश्वर
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